Hindu people's life in
Gurudwara sahib
मेरी टिप्पणीः - चाहे हम कितने ही बांग्लादेश को एक मुसलमान देश
समझे, मुख्यतः वह एक बेंगाली देश है। एक भाषा के नाम पर
देश का होना यह अच्छा है कि मुख्यतः धर्म
के नाम पर देश होना अच्छा है? जैसे कि है भारत-पाकिस्तान?
भारत-पाकिस्तान ने कितने लोगों को बेघर कर दिये, अपनी अपनी भाषाओं को भुलवा दिये?
सिंधीओं, पंजाबिओं, काश्मीरियों कि अपनी भाषाओं से दूर कर दिये। इसमें किसी को भी शिकवा पेश नहीं आती क्योंकि हम धर्मों को ही सर्वश्रेष्ठ समजते हैं नहीं कि नैसर्गिक जगाहों से जुड़ी हुए
भाषा और उससे संबंधीत लोग। हानी
पहुंचाने का काम जैसे भारत-पाकिस्तान ने किया है वैसे दुनिया में कहीं ओर नहीं हुआ होगा।
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