बुधवार, 15 नवंबर 2023

एक स्थायी शक्ति के रूप में निर्दयता


मूल लेख- The Times of India

"आप किसके पक्ष में हैं?: आतंकवाद के खिलाफ भारत और इज़राइल की लड़ाई को लोकतंत्र के विचार के लिए महत्वपूर्ण क्यों माना जाना चाहिए। जब तेल अवीव या नई दिल्ली हिंसा पर प्रतिक्रिया करते हैं तो दूसरे लोकतंत्रों ने उपदेश देना बंद कर देना चाहिए"

4 नवंबर, 2023,  टीओआई संपादकीय में कैथरीन पेरेज़-शाकदम 


मेरी टिप्पणी: मैं यह काफी योग्यता भरी बात है कि इज़राइल और भारत को साथ साथ जुड़े जा रहा है। अगर इजराइल गलत है तो भारत भी गलत है। हो सकता है कि वे 'दो लोकतंत्र' हों, लेकिन क्या वे लोगों की इच्छा को मापने और अमल में लाने वाले दो सच्चे लोकतंत्र हैं?

यदि लोगों की इच्छा को ठीक से पेश किया जाना था, तो क्या वे  'इस्लामी कट्टरवाद के खिलाफ अग्रिम पंक्ति में खड़े होंगे जो सभी मानवतावादी गुणों का तिरस्कार करता है'  जब कि परिणाम स्पष्ट रूप से दूसरे पक्ष के पक्ष में ही होते?

यह समझ से परे है कि भारत इतना क्रूर हो सकता है, सौभाग्य से इसकी 'रक्षात्मक कार्रवाई' कभी इतनी अंधाधुंध नहीं रही; लेकिन निर्ममता दोनों देशों की स्थायी शक्ति है, इसे नकारा नहीं जा सकता। और निर्ममता और लोकतंत्र साथ-साथ नहीं चल सकते। यहां लोकतंत्र के बारे में इतनी सारी चर्चा वास्तव में एक दिखावा है।

'इजरायल और भारत उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में महज अध्ययन का पहलू नहीं हैं; ये वही रणभूमी हैं जहां लोकतंत्र की आत्मा के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है'  कहा जाय तो उग्रवाद सभी संबंधित पक्षों का अभिन्न अंग है   मानव-प्रभावित धार्मिक धारणाओं का पालन करना अतिवाद है।

दुनिया भर से येहूदी धर्मपंथीय लोगों को इकट्ठा करना और फ़िलिस्तीन के छोटे से पश्चिम-एशियाई भू-भाग पर आक्रामक रवैया अपनाना  धार्मिक अतिवाद के अलावा और कुछ नहीं है। इसलिए भारत के लिए भी, अपने विविध हिंदुओं को एकजुट करने का उसका आकांक्षापूर्ण स्वर भी अतिवाद है। धार्मिक उग्रवाद हत्या, विस्थापन और तबाही मचाने और फिर भी इससे बच निकलने का एक सुविधाजनक उपकरण है।

यदि कश्मीरियों को केवल कश्मीरी ही रहना होता, फ़िलिस्तीनियों को फ़िलिस्तीनी ही रहना होता, जर्मनों को केवल जर्मन ही रहना होता, और बीच में कोई भी मानव निर्मित धार्मिक कट्टरता पेश न किया जाता,  तो क्या यह भारत,  तो क्या यह भारत,  और क्या यह इज़राइल कहाँ कहाँ अपने अस्तित्व के बारे में मारा-मारा  फिरते?

शाम 5:16 बजे 15-11-2023

अंग्रेजी में  -  be-your-own-tag ruthlessness-sustaining-power


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